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ईरान-इजरायल जंग समेत ये 3 बड़े फैक्टर... जिनसे तय होगी शेयर बाजार की दिशा!

Share Market पर जहां ईरान-इजरायल के बीच जारी संघर्ष का असर जारी रह सकता है, तो वहीं सेंसेक्स-निफ्टी की चाल तय करने में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के पॉलिसी रेट को लेकर लिए जाने वाले फैसले पर भी निवेशकों की निगाह टिकी है.

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इजरायल-ईरान संघर्ष का शेयर बाजार पर जारी रह सकता है असर
इजरायल-ईरान संघर्ष का शेयर बाजार पर जारी रह सकता है असर

शेयर बाजार (Stock Market) में बीते सप्ताह जोरदार गिरावट देखने को मिली और अगला हफ्ता भी कुछ फैक्टर्स पर फोकस्ड रहेगा, जिनके जरिए बाजार की दिशा तय होगी. ये ईरान-इजरायल के बीच बढ़ी जंग से लेकर अमेरिका में फेडरल रिजर्व (US Fed) के फैसले तक से संबंधित हैं. पिछले हफ्ते भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने का असर सेंसेक्स-निफ्टी में गिरावट (Sensex-Nifty Fall) के रूप में देखने को मिला था. आइए जानते हैं इन तीनों फैक्टर्स के बारे में विस्तार से... 

पिछले हफ्ते भरभराकर टूटे इंडेक्स
बीता सप्ताह न केवल भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market), बल्कि एशियाई बाजारों तक के लिए खराब साबित हुआ था. आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (BSE Sensex) भरभराकर टूटा था और 80,427.81 पर खुलने के बाद 80,354.59 के लेवल तक फिसला था. हालांकि, मार्केट क्लोज होने पर ये 573.38 की गिरावट के साथ 81,118.60 पर बंद हुआ था. पूरे हफ्ते में ये इंडेक्स 1.30% फिसला. सेंसेक्स की तरह निफ्टी भी दिनभर गिरावट में कारोबार करते हुए 169.60 अंक फिसलकर 24,718.60 पर बंद हुआ था. 

बात एशियाई शेयर बाजारों की करें, तो जापान का निक्केई (Japan Nikkei) 338.84 अंक गिरकर 37,834.25 पर बंद हुआ था. हांगकांग का हैंगसेंग (Hang Seng) 142.82 अंक या 0.59 फीसदी की गिरावट में रहा था. इसके अलावा साउथ कोरिया का कोस्पी (KOSPI) भी 25.41 या 0.87 फीसदी फिसलकर क्लोज हुआ था. 

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ये तीन बड़े फैक्टर दिखाएंगे असर  
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कल से शुरू होने वाले सप्ताह में भी Israel-Iran Conflict का असर सेंसेक्स-निफ्टी पर देखने को मिल सकता है. कुल मिलाकर जो चीजें शेयर बाजार की दिशा तय करने वाली होंगी, उनमें ईरान-इजरायल संघर्ष में बढ़ोतरी या कमी, क्रूड ऑयल की कीमतें (Crude Oil Price) और अमेरिका में होने वाली फेडरल रिजर्व की पॉलिसी रेट्स (US Fed On Policy Rates) को लेकर की जाने वाली घोषणा होंगी. कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और आपूर्ति में अड़चन की आशंका से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई.

एक्सपर्ट्स का मानना है कि ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष के वैश्विक बाजारों पर होने वाले सीधे प्रभाव का असर भारत में भी देखने को मिला सकता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, Global Tension के बीच अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भी भारतीय रुपया की चाल पर भी निवेशकों की पैनी नजर रहेगी. 

जारी रह सकती है बाजार में सुस्ती
एक्सपर्ट्स का मानना है कि शेयर बाजार में बीते सप्ताह की सुस्ती अगले हफ्ते भी जारी रह सकती है. क्योंकि ईरान-इजरायल के बीच जारी तनाव और दोनों ओर से हो रहे मिसाइल अटैक कम होते नजर नहीं आ रहे हैं. इससे शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव फिर से देखने को मिल सकता है. जियोजीत इन्वेस्टमेंट के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि तमाम जोखिमों के बीच शेयर मार्केट निवेशक (Stock Market Investors) सतर्क मोड अपना सकते हैं. 

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(नोट- शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)

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