शेयर बाजार (Stock Market) में बीते कुछ दिनों में एंट्री लेने वाले आईपीओ का परफॉर्मेंस सुस्त रहा है, लेकिन सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार को मेनबोर्ड कैटैगरी के IPO ने धमाकेदार डेब्यू किया है. जी हां हम बात कर रहे हैं प्रोस्टारम इन्फो सिस्टम्स लिमिटेड के आईपीओ (Prostarm Info Systems IPO) की लिस्टिंग के बारे में, जो NSE-BSE पर लिस्ट हो चुका है. अपर प्राइस बैंड के मुकाबले इसके शेयर करीब 20 रुपये के प्रीमियम पर लिस्ट हुए हैं और निवेशकों को हर एक लॉट पर करीब 3000 रुपये की कमाई कराई है.
105 रुपये प्राइस बैंड 125 पर लिस्ट
Prostarm Info IPO रिटेल निवेशकों के लिए सब्सक्रिप्शन के लिए बीते 27 मई को ओपन हुआ था और इसमें 29 मई 2025 तक पैसे लगाए गए थे. आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस हासिल हुआ था. प्राइस बैंड की बात करें, तो कंपनी ने इसे प्रति शेयर 95-105 रुपये (Prostarm Info Systems Price Band) तय किया था और मंगलवार को इसकी लिस्टिंग प्रति शेयर 19.05% प्रीमियम पर हुई है. एक ओर जहां NSE पर यह कंपनी 120 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ है, तो वहीं BSE पर 125 रुपये प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुआ.
ऐसे हर लॉट पर 3000 रुपये का फायदा
अब बात करते हैं कि लिस्ट होने के साथ ही ये आईपीओ कैसे निवेशकों के लिए कमाई कराने वाला साबित हुआ. तो बता दें कि कंपनी ने Prostarm Info IPO पेश करते हुए इसके लिए जो लॉट साइज तय किया था, वो 142 शेयरों का था. इसका मतलब है कि किसी भी निवेशक को कम से कम इतने शेयरों के लिए बोली लगानी थी और इसके लिए 14,910 रुपये का इन्वेस्टमेंट करना था. अब लिस्टिंग प्राइस से तुलना करें, तो बीएसई पर एक लॉट की वैल्यू लिस्टिंग के साथ ही बढ़कर 125 रुपये के हिसाब से 17,750 रुपये हो गई और इस हिसाब से प्रति लॉट निवेशकों को 2840 रुपये का फायदा हुआ है.
अधिकतम लॉट वालों को इतनी कमाई
वहीं कंपनी ने रिटेल निवेशकों के लिए अधिकतम 13 लॉट की लिमिट सेट की थी और इसके चलते कोई भी निवेशक 1846 शेयरों के लिए बोली लगा सकता था और अपर प्राइस बैंड के आधार पर मैक्सिमम लॉट के लिए उसे 1,93,830 रुपये का निवेश करना था. अब लिस्ट होने के बाद अधिकतम लॉट पर फायदे का कैलकुलेशन करें, तो निवेशकों द्वारा इन्वेस्ट की गई रकम झटके में बढ़कर 2,30,750 रुपये हो गई होगी और इस हिसाब से निवेशकों को 36,920 रुपये की कमाई हुई होगी.
IPO के पैसों का कहां इस्तेमाल?
कंपनी IPO के जरिए जुटाए गए फंड्स में से 72.5 करोड़ रुपये का इस्तेमाल अपनी वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए, जबकि 18 करोड़ रुपये का इस्तेमाल लोन चुकाने के लिए करेगी. फंड्स में से 9 करोड़ रुपये का इस्तेमाल सहायक कंपनी में आगे की हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए किया जाएगा ताकि इसे पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बनाया जा सके. इसके अलावा बचे हुए अमाउंट (New IPO) का इस्तेमाल इनआर्गेनिक ग्रोथ और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
कंपनी करती है ये काम
अग्रवाल परिवार के स्वामित्व वाली पावर इलेक्ट्रॉनिक्स सॉल्यूशन कंपनी मार्केट में सर्वोटेक पावर सिस्टम और सनगर्नर एनर्जीज जैसी लिस्टेड कंपनियों के साथ मुकाबला करती है. प्रोस्टारम इन्फो सिस्टम्स एनर्जी स्टोरेज और पावर कंडीशनिंग इक्विपमेंट के डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग और बिक्री में एक्सपर्टीज रखती है. कंपनी कई तरह के पावर सॉल्यूशन प्रोडक्ट्स बनाती है, जिनमें यूपीएस सिस्टम, इन्वर्टर सिस्टम, सोलर हाइब्रिड इन्वर्टर सिस्टम, लिथियम-आयन बैटरी पैक और वोल्टेज स्टेबलाइजर्स शामिल हैं.
(नोट- किसी भी आईपीओ में निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)