धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल के 2025 के दीक्षांत समारोह में कामथ ने मजाकिया अंदाज में कहा कि मुझे नहीं पता कि मुकेश भाई शेयर बाजार में कितना निवेश करते हैं, लेकिन अगर यहां कोई जानता है कि कल क्या होगा, तो वह शायद वह ही हैं. निखिल कामथ के इस बयान पर नीता अंबानी भी मुस्कुराते और सिर हिलाते हुए दिखाई दीं.
निखिल कामथ ने आगे कहा कि मुकेश अंबानी शेयरों की खरीदने और बेचने का काम नहीं करते हैं, उन्हें इसकी जरूरत भी नहीं है. कामथ ने बच्चों को संबोधित करते हुए 15 साल की उम्र में पढ़ाई छोड़ने, पड़ोस के बच्चों को फोन बेचने और अंततः ट्रेडिंग में अपना लक्ष्य पाने के बारे में बताया. उन्होंने 17 साल की उम्र में अपनी पहली नौकरी को याद किया, जब वे बेंगलुरू के एक कॉल सेंटर में रात में काम करते थे और बेखबर ब्रिटिश कस्टमर्स को हेल्थ इंश्योरेंस बेचते थे.
इसका फायदा? सुबह खाली समय मिलता था, जिसे वे शेयर बाजारों में चिपके हुए बिताते थे. उन्होंने बताया कि इस एक आदत ने उनका करियर बना दिया. कामथ कहते हैं, 'बाजार एक रिश्ते की तरह है. शानदार शुरुआत करते हैं, खराब होते हैं और अगर आप बने रहते हैं, तो शायद वे फिर से बेहतर हो जाएं.'
जीरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ ने अपनी सफलता का श्रेय अथक परिश्रम को नहीं, बल्कि पैटर्न पहचानने, भावनात्मक स्थिरता और अपने आस-पास के लोगों को दिया. उन्होंने कहा, 'स्थिर रहना, प्रतिक्रिया न करना, शायद यही सफल होने का सबसे बड़ा कौशल है.'
कामथ ने कहा, 'कड़ी मेहनत उतनी महत्वपूर्ण नहीं है.' अपनी नेतृत्व टीम के साथ एक पल को याद करते हुए उन्होंने स्वीकार किया कि कमरे में मौजूद हर कोई काम करने का दिखावा कर रहा था क्योंकि उन्हें लगा कि दूसरे लोग काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'जब असफलता पूछती है कि आपने काम क्यों नहीं किया, तो कड़ी मेहनत एक बचाव बन जाती है.'
गौरतलब है कि निखिल कामथ भारत के अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हैं और उन्होंने अपनी मेहनत से शेयरों में खरीदारी और बिकवाली के लिए एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जिरोधा बनाया है, जो लोगों को ऑनलाइन शेयर में निवेश करने का अवसर देती है. भारत की ये दूसरी सबसे बड़ी डीमैट अकाउंट वाला प्लेटफॉर्म है.