भारत और पाकिस्तान (India Vs Pakistan) के बीच बीते 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसारन घाटी में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद से तनाव है. यह तनाव अब और बढ़ता जा रहा है. पाकिस्तान की तरफ से लगातार गीदड़भभकी आ रही हैं, लेकिन अगर आंकड़ों की बात करें तो पाकिस्तान भारत का मुकाबला करने के लिए दूर-दूर तक नहीं टिकता.
इकोनॉमी से लेकर सैन्य बल और विदेशी मुद्रा भंडार तक पाकिस्तान हर मोर्चे पर भारत से बहुत पीछे है. World Bank ने यहां तक अनुमान लगाया है कि पाकिस्तान की 74 फीसदी जनता इस साल के अंत तक भुखमरी के कगार पर चली जाएगी. वहीं महंगाई भी इतनी ज्यादा है कि जरूरत की चीजें जैसे- आटा, चावल से लेकर दूध तक खरीदने के लिए कई गुना पैसे देने पड़ते हैं.
भारी कर्ज में डूबा है पाकिस्तान
पाकिस्तान आर्थिक (Pakistan Economy Crisis) तौर पर बर्बाद हो चुका है, जिसका बड़ा कारण पाकिस्तान द्वारा फैलाया जा रहा आतंकवाद है. पर्दे के पीछे से पाकिस्तान आतंकवाद को हमेशा से बढ़ावा देता आ रहा है, जिस कारण उस देश की तरक्की तो छोड़िए खर्च चलाने के लिए पैसे भी नहीं बच रहे हैं. पाकिस्तान पर भारी कर्ज (Debt on Pakistan) है, जिससे उसे उबरने में ही सैकड़ों साल लग जाएंगे. पाकिस्तान पर 70.36 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपये का कर्ज है.
भारत और पाकिस्तान के ये आंकड़ें भी देखें
ये है पाकिस्तान का असली सच
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के मुताबिक, पाकिस्तान के पास कुल फॉरेक्स रिजर्व 18 अप्रैल 2025 तक 15.436 अरब डॉलर था. वहीं भारत हर महीने एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट पर 62 अरब डॉलर खर्च करता है. इसका मतलब है कि भारत इससे 4 गुना ज्यादा एक महीने में विदेशी चीजें खरीदने में खर्च कर देता है.
पाकिस्तान के पास 3 महीने तक देश चलाने का पैसा
पाकिस्तान की हालत इतनी खराब है कि उसके पास देश चलाने के लिए ज्यादा पैसे नहीं बचे हैं. उसका कुल फॉरेक्स रिजर्व 15.436 अरब डॉलर है, जबकि वह हर साल एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट पर 54 अरब डॉलर खर्च करता है. यानी अगर ये कुल रिजर्व खर्च किया जाता है तो पाकिस्तान के पास देश चलाने के लिए 3 महीने से थोड़ा ज्यादा समय तक का ही पैसा बचा हुआ है.
भारत के पास कितना फॉरेक्स रिजर्व
भारत के पास फॉरेक्स रिजर्व (Forex Reserve) 686.15 अरब डॉलर है और भारत हर महीने 62 अरब डॉलर एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट पर खर्च करता है. ऐसे में देखा जाए तो भारत का सालाना फॉरेक्स रिजर्व खर्च 687 अरब डॉलर है यानी भारत इस विदेशी मुद्रा भंडार से 11 से 12 महीने तक देश चला सकता है. जबकि पाकिस्तान के मुकाबले भारत के पास करीब 46 गुना अधिक विदेशी मुद्रा भंडार है. अब आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि मौजूदा दौर में पाकिस्तान कंगाली के किस दौर से गुजर रहा है.