भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव घट गया है और सीजफायर (Indo-PAK Ceasefire) हो गया है. दूसरी ओर दुनिया में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ चलते छिड़े ट्रेड वॉर के भी शांत होने के संकेत तब मिले हैं, जब US-China के बीच ट्रेड डील पर सहमति बन गई. इस बीच भारत के लिए एक बड़ी खबर आई है और देश ने मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस दोनों ही सेक्टर में दुनिया में अपना डंका बजाया है. जी हां, इस मामले में न केवल चीन और अमेरिका (China-America), बल्कि फ्रांस भी भारत से पीछे है.
भारत लिस्ट में टॉप पर पहुंचा
भारत विनिर्माण (Manufacturing) और सेवा गतिविधि (Service Activities) दोनों में ही ग्लोबल चार्ट में टॉप पर पहुंच गया है. जेपी मॉर्गन (JP Morgan) द्वारा जारी परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) के आंकड़ों से ये साफ हुआ है. इसके मुताबिक, अप्रैल 2025 में भारत का मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई 58.2 रहा, जबकि इसकी सर्विस पीएमआई 58.7 दर्ज किया गया है. ये आंकड़े भारत को विकसित और उभरते बाजारों में सबसे ऊपर रखते हैं.
गौरतलब है कि PMI विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों में फाइनेंशियल हेल्थ को दर्शाने वाला एक प्रमुख इंडेक्स हो और ये 50 से ऊपर होने का मतलब होता है कि उस सेक्टर में विस्तार हो रहा है. वहीं अगर पीएमआई 50 से नीचे होना संकुचन को दर्शाता है. ग्लोबल चुनौतियों के बीच भी ये शानदार आंकड़े इस ओर इशारा कर रहे हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) स्थिर गति से आगे बढ़ रही है.
China भारत से इतना पीछे
अब बात करें, चीन के बारे में तो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में दूसरे पायदान पर आने वाले चीन की तुलना में भी भारत का प्रदर्शन काफी बेहतर है. रिपोर्ट में नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (NBS) द्वारा ट्रैक किए गए चीन के विनिर्माण पीएमआई (China Manufacturing PMI) अप्रैल में 49 पर था, जो भारत से काफी नीचे है. बात अगर सर्विस सेक्टर पीएमआई की करें, तो ये भी 50.1 रहा था. इन्हें देखकर साफ है कि भारत दोनों ही क्षेत्रों में अप्रैल में बहुत तेज रफ्तार से आगे बढ़ा है.
US-UK और फ्रांस भी लिस्ट में नीचे
अब बात करते हैं भारत के मुकाबले अमेरिका, यूके और फ्रांस जैसी इकोनॉमी के बारे में, तो ये भी भारत की तुलना में दोनों ही सेक्टर्स में काफी पीछे हैं. आईएसएम के अनुसार, अप्रैल 2025 में अमेरिका का मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई (US Manufacturing PMI) 48.7, जबकि सर्विस पीएमआई 51.6 रहा. इसके अलावा फ्रांस और यूके के आंकड़े सबसे कमजोर हैं, जहां विनिर्माण पीएमआई क्रमश: 48.7 और 45.4 पर है और सर्विस पीएमआई सिर्फ 47.3 और 49 पर है और ये दोनों ही 50 से नीचे यानी संकुचन को दर्शाते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, नया ग्लोबल पीएमआई डाटा इस बात को साफ दर्शाता है कि फिलहाल, भारत विनिर्माण और सेवा दोनों ही सेक्टर के विकास में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है. यह देश की मजबूत घरेलू मांग और समग्र आर्थिक गति को दर्शाता है.