शेयर बाजार (Stock Market) में उतार-चढ़ाव ने पहले से ही निवेशकों को हैरान कर रखा है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सेंसेक्स बीते कारोबारी दिन सोमवार 2975 अंक चढ़ा, और आज मंगलवार को 1000 अंक से ज्यादा टूटकर कारोबार कर रहा है. इस बीच कुछ शेयरों ने अपने निवेशकों का बुरा हाल कर रखा है. ऐसा ही एक एनर्जी सेक्टर का स्टॉक है, जेनसोल इंजीनियरिंग का शेयर (Gensol Engineering Share), जिसमें पैसे लगाने वाले निवेशक परेशान हैं कि क्या करें और क्या न करें? हालांकि 23 दिन के बाद शेयर की चाल बदली है और मंगलवार को शेयर में अपर सर्किट (Upper Circuit) लगा है. लेकिन खास बात ये है कि इसकी शुरुआत खराब रही थी और ओपन होने के कुछ देर बाद इसमें लोअर सर्किट लग गया था.
दरअसल, Gensol के Share में लगातार 23 दिन की तगड़ी गिरावट के बाद तेजी देखने को मिली है. इस बीच लगातार 18 दिन तक इस एनर्जी स्टॉक में लोअर सर्किट (Lower Circuit) लगा. मंगलवार को 5 फीसदी के अपर सर्किट के साथ शेयर की कीमत बढ़कर करीब 56 रुपये हो गई है.
बता दें, जेनसोल इंजीनियरिंग से जुड़े घोटालों की जांच के बीच, उसके प्रमोटर अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी ने कंपनी के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है. अनमोल सिंह जग्गी कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर थे, जबकि पुनीत सिंह जग्गी इसके होलटाइम डायरेक्टर थे. दोनों पर कंपनी के फंड्स को निजी खर्चों के लिए इस्तेमाल करने का आरोप है.
एनर्जी सेक्टर की कंपनी Gensol Engineering के शेयरों में निवेश करने वाले निवेशक अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. ऐसा हो भी क्यों न आखिर इस शेयर की कीमत लगातार गिरती जो जा रही है और ये दो महीने में 90 फीसदी सस्ता हो गया है. अगर बीते मार्च महीने से तुलना करें, तो ये 3 मार्च को 516.60 रुपये का था और अब ये क्रैश होते हुए (Gensol Share Crash) 90 फीसदी तक गिरकर 56 रुपये के करीब आ गया है.
कभी 2400 रुपये था भाव
एक समय ऐसा भी था जब Gensol के शेयर बुलंदियों पर थे, जहां से ऐसे धड़ाम हुए कि निवेशकों के पसीने छूट गए. बीते 13 अक्टूबर 2023 को एक जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर की कीमत 2392 रुपये थी, इसके बाद इसके टूटने का सिलसिला शुरू हुआ और 20 अक्टूबर 2023 को यह 862 रुपये पर आ गया. वहीं साल 2025 तो इस Energy Stock के लिए बेहद खराब साबित हुआ और इसका भाव गिरते हुए 51 रुपये पर आ गया.
कब शुरू हुई थी इसके शेयरों में गिरावट?
इस साल 2025 में Gensol Share में गिरावट तब शुरू हुई थी, जब केयर रेटिंग्स ने जेनसोल इंजीनियरिंग की रेटिंग को BB+ स्टेबल से कम करते हुए डिफॉल्ट किया है. Gensol Engineering की ओर से लोन की किश्तें चुकाने में लगातार देरी के बाद बैंकों और अन्य कर्जदारों के फीडबैक के आधार पर एजेंसी ने रेटिंग में बदलाव किया है. इसके अलावा इकरा ने भी इसकी रेटिंग को स्टेबल से डाउनग्रेड किया है. फिर क्या था इसके बिखरने का दौर शुरू हो गया, जो अब तक जारी है और बीते कुछ दिनों में तो इस स्टॉक में लगातार लोअर सर्किट लग रहा है.
SEBI ने लिया बड़ा एक्शन
रेटिंग एजेंसी ही नहीं, बल्कि मार्केट रेग्युलेटरी SEBI ने भी इस कंपनी पर तगड़ा एक्शन लेते हुए कंपनी के प्रमोटर्स पर बैन लगा दिया और इसके स्टॉक स्प्लिट करने की योजना को भी रोक दिया. सेबी ने कंपनी के प्रमोटर्स अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी को भी किसी भी तरह के शेयरों के खरीद-बिक्री पर रोका था. दरअसल, सेबी की जांच में ये सामने आया कि कंपनी के CEO इसके पैसे को निजी इस्तेमाल के लिए यूज किया.
बीते दिनों आई रिपोर्ट की मानें तो लोन के पैसों का इस्तेमाल प्रमोटर्स ने 26 लाख रुपये का गोल्फ कोर्ट, गुरुग्राम में लग्जरी फ्लैट खरीदने और प्रमोटर्स कंपनियों को पैसा ट्रांसफर करने में किया गया है. इसके अलावा, कंपनी के CEO ट्रैवेल और अन्य विलासिता वाली चीजों पर पैसे खर्च किए.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)