ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष (Iran-Israel Conflict) लगातार बढ़ता जा रहा है और दोनों ओर से मिसाइल अटैक में भारी नुकसान हो रहा है. इस बीच ऐसी खबरें भी आईं कि ईरानी मिसाइल हमले में इजरायल के हाइफा पोर्ट (Haifa Port) को भी नुकसान पहुंचा है, जिसका स्वामित्व गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप (Adani Group) के पास है. लेकिन इसपर ग्रुप सीएफओ जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने तस्वीर साफ करते हुए कहा है कि ये गलत खबरें हैं और हाइफा पोर्ट पूरी तरह से चालू है.
अडानी ग्रुप का बयान- 'ये खबरें गलत'
ईरान-इजरायल के बीच जारी हमलों के बीच Iran Update नाम के सोशल मीडिया अकाउंट पर ब्रेकिंग न्यूज के तौर पर पोस्ट शेयर की गई और इसमें कहा गया है कि ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले में भारतीय कंपनी अडानी ग्रुप की कार्गो फैसिलिटी को भारी नुकसान पहुंचा है और इजरायल स्थित हाइफा पोर्ट ईरानी स्ट्राइक में तबाह हो गया है. इस पोस्ट में अडानी ग्रुप समेत मिसाइल अटैक की कुछ तस्वीरें भी शेयर की गईं. इशके बाद अडानी ग्रुप ने हाइफा पोर्ट पर ईरानी मिसाइल हमले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इस तरह की सभी खबरों को गलत करार दिया है.
False. https://t.co/ZuvzY5Uvj5
— Jugeshinder Robbie Singh (@jugeshinder) June 15, 2025
'ये तस्वीर हाइफा की नहीं, तेहरान की'
Adani Group के सीएफओ जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने इस ईरानी अपडेट पोस्ट को शेयर करते हुए तस्वीर साफ की है और पुष्टि करते हुए बताया है कि हाल ही में ईरान द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल हमले के बावजूद इज़रायल में अडानी समूह का हाइफा पोर्ट पूरी तरह चालू है. उन्होंने कहा कि ईरानी ठिकानों पर इजरायली कार्रवाई के जवाब में किए गए हमले से बंदरगाह को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. उन्होंने अपनी Social Media पोस्ट में लिखा, 'जो फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की गई है, वो हाइफा पोर्ट की नहीं, बल्कि जलते हुए तेहरान फ्यूल डिपो की है.' इसके साथ ही जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने आगे कहा कि अडानी कार्गो फैसिलिटी को हुए नुकसान के सभी दावे पूरी तरह गलत हैं.
हाइफा में अडानी की 70% हिस्सेदारी
गौरतलब है कि इजरायल का हाइफा पोर्ट (Haifa Port) एक महत्वपूर्ण समुद्री केंद्र है, जो इजराइल के 30 फीसदी से अधिक के आयात का प्रबंधन करता है और इसका स्वामित्व भारतीय अरबपति Gautam Adani की कंपनी अडानी पोर्ट्स (Adani Ports) के पास है. हाइफा पोर्ट में अडानी पोर्ट्स की 70 फीसदी हिस्सेदारी है. यहां बता दें कि अडानी पोर्ट्स द्वारा संभाले जाने वाले कुल कारोबार में हाइफा का योगदान 2 फीसदी से भी कम है और यह इसके राजस्व में लगभग 5% ही यहां से आता है.
रिपोर्ट की मानें तो हाइफा पोर्ट का निर्बाध संचालन इस तनाव की स्थिति में भी इजराइल की आयात गतिविधियों को स्थिरता दिए हुए हैं. लगभग 700 कर्मचारियों वाला यह Haifa Port सभी परिचालन प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कंटेनर, बल्क, ब्रेकबल्क, सीमेंट और विभिन्न प्रकार के कार्गो का संचालन जारी रखे हुए है.
72 घंटे से जारी जंग, 224 की मौत
Iran-Israel Attack के ताजा अपडेट की बात करें, तो इजरायल ने बीते हफ्ते गुरुवार रात ईरान में भारी तबाही मचाई थी, जिसके बाद से ही दोनों देशों के बीच मिसाइल अटैक जारी हैं. इजरायल ने ईरान के नतांज परमाणु संवर्धन संयंत्र समेत कई परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया और उसके कई सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या कर दी. तो ईरान ने भी जवाबी हमले शुरू किए हैं जिसके बाद सोमवार को ईरानी हमले में तेल अवीव शहर में 12 लोग घायल हो गए. दोनों देशों के बीच लड़ाई शुरू हुए 72 घंटे से अधिक हो चुके हैं और हमले में ईरान के मुताबिक, 224 लोग मारे गए हैं जिनमें अधिकांश नागरिक हैं.