Bihar Election Results 2025: बिहार में वोटों की गिनती शुरू हो गई है और आज फैसला हो जाएगा कि राज्य में किसकी सरकार बनेगी. नीतीश कुमार फिर से सत्ता की कुर्सी पर काबिज होंगे, या फिर तेजस्वी यादव बाजी मार जाएंगे, शाम तक ये साफ हो जाएगा. लेकिन, काउंटिंग के रिजल्ट के इंतजार के बीच आपको बिहार की 10 बड़ी बातें बताते हैं, जिन्हें जानना जरूरी है. बता दें कि बिहार हमेशा से गरीब राज्य नहीं था, जबकि इसकी गिनती कभी भारत के सबसे समृद्ध और शिक्षित स्टेट में की जाती थी. लेकिन ऐतिहासिक, राजनीतिक और आर्थिक कारणों की वजह से ये धीरे-धीरे पिछड़ता चला गया.
1- बिहार महान सभ्यताओं का केंद्र
प्राचीन बिहार मगध साम्राज्य का हिस्सा था, जो मौर्य और गुप्त जैसी महान सभ्यताओं का केंद्र रहा है. नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय जैसे ज्ञान के केंद्र यहीं स्थित थे, जिससे बिहार शिक्षा का हब बना.
2- पटना कभी था बिजनेस हब
पटना जिसे पटलिपुत्र कहा जाता था, कभी विश्व का सबसे बड़ा शहर था.राजगृह के बाद राजधानी बना ये शहर एशिया का बड़ा व्यापारिक केंद्र था. गंगा के मैदानों की उपजाऊ जमीन और लोहे की खदानों से मिली संपन्नता ने इसे आर्थिक मजबूती दी थी.

3- अंग्रेजों ने राजस्व लिया, निवेश न किया
जब देश में अंग्रेजों का शासन या ब्रिटिश रूल आया उस दौरान बिहार से उद्योग और व्यापार की दिशा कोलकाता शिफ्ट हो गई. कोयला, लोहा, एग्रीकल्चर जैसे बिहार के संसाधनों का उपयोग तो हुआ, लेकिन विकास में उसका हिस्सा नहीं मिला. दरअसल, अंग्रेजों ने बिहार से राजस्व वसूलने पर ही जोर दिया, निवेश पर नहीं.
4- झारखंड अलग होने से बिगड़ी स्थिति
1947 के बाद बिहार के पास इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर बचा ही नहीं था. इसका बड़ा कारण ये था कि 2000 में झारखंड अलग हुआ, तो मिनरल्स और औद्योगिक क्षेत्र भी वहां चला गया, जिससे बिहार की आर्थिक क्षमता कम हो गई.
5- इन चीजों पर निर्भर बिहार की इकोनॉमी
वर्तमान में बिहार की अर्थव्यवस्था (Bihar Economy) प्रमुख तौर पर कृषि, मजदूरी और प्रवासी आय पर निर्भर है. हालांकि पिछले एक-दो दशकों में राज्य में सड़क, बिजली, शिक्षा और बाहरी निवेश की स्थिति में सुधार हुआ है.लेकिन प्रति व्यक्ति आय अभी भी राष्ट्रीय औसत से काफी कम है.
6- बिहार अब तक 23 सीएम, पहले ये थे
भारत की आजादी के बाद से बिहार में अब तक 23 मुख्यमंत्री हुए हैं. अगर बात राज्य के पहले सीएम की करें, तो वे श्रीकृष्ण सिंह (श्रीबाबू) थे. ये ऐसे सीएम थे, जिनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने कभी किसी तरह का प्रचार नहीं किया और फिर भी अपना हर इलेक्शन जीते थे.

7- सबसे ज्यादा बार CM बने नीतीश कुमार
Nitish Kumar बिहार के वर्तमान मुख्यंत्री हैं और वह अब तक 9 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर राज्य के इतिहास में सबसे लंबे समय तक सीएम रहने वाले व्यक्ति भी हैं. उनके मुख्यमंत्री पद का सबसे छोटा कार्यकाल साल 2000 का रहा था, जब वो महज 7 दिन के लिए सीएम बने थे.
8- बिहार का बजट 3.17 लाख करोड़
वित्त वर्ष 2004-05 में बिहार का बजट 23,885 करोड़ रुपये का था, जो FY2024-25 में 3.17 लाख करोड़ रुपये हो गया. बिहार सरकार के इस बड़े बजट में एक बड़ा हिस्सा वेतन, पेंशन, ब्याज भुगतान और कर्ज वापसी पर खर्च होता है, 2025-26 के लिए ये व्यय 1.60 लाख करोड़ है.
9- वेतन पेंशन पर सबसे ज्यादा खर्च
बिहार सरकार के बजट का जो बड़ा हिस्सा इनपर खर्च होता है, उनमें 2025-26 का अनुमानित डेटा देखें, तो वेतन पर 81,473.45 करोड़ रुपये, पेंशन पर 33,389.43 करोड़ रुपये, ब्याज भुगतान पर 23,013.94 करोड़ रुपये और कर्ज वापसी पर 22,819.87 करोड़ है.
10- केंद्रीय करों में बिहार की हिस्सेदारी
केंद्रीय करों में बिहार राज्य की बड़ी हिस्सेदारी हैं. ये वित्तीय वर्ष FY2024-25 में 1,13,011.92 करोड़ थी, जो कि अब 2025-26 में बढ़कर 1,38,515.85 करोड़ रुपये हो गई.