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मुजफ्फरपुर: नौकरी का झांसा देकर युवती से गैंगरेप, वीडियो वायरल करने की धमकी देकर कराया था चुप

बिहार के मुजफ्फरपुर में नौकरी का लालच देकर एक 33 साल की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. आरोप है कि महिला के साथ ये वारदात एक साल पहले हुई थी लेकिन आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसे चुप कराए रखा था.

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नौकरी का झांसा देकर युवती से गैंगरेप
नौकरी का झांसा देकर युवती से गैंगरेप

बिहार में मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां नौकरी का लालच देकर एक 33 साल की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया. पीड़िता सारण जिले की रहने वाली है. इस मामले में दो युवकों – प्रवीण शंकर और विकास चंद्र पर गंभीर आरोप लगे हैं. पीड़िता के मुताबिक, आरोपियों ने घटना का वीडियो बना लिया और उसे वायरल करने की धमकी देकर चुप रहने को मजबूर किया.

पीड़िता ने बताया कि यह पूरी घटना बीते साल 1 जून 2024 को उस समय शुरू हुई जब वह बस से मुजफ्फरपुर आ रही थी. बस यात्रा के दौरान उसकी मुलाकात अहियापुर थाना क्षेत्र निवासी प्रवीण शंकर से हुई. बातचीत के क्रम में प्रवीण ने खुद को एक प्रभावशाली व्यक्ति बताते हुए नागपुर की एक प्रतिष्ठित कंपनी में नौकरी दिलवाने का झांसा दिया. विश्वास में लेकर वह युवती को अपने घर ले गया, जहां उसने विकास चंद्र नामक युवक से उसकी पहचान करवाई. विकास ने खुद को प्रवीण का जीजा और नागपुर छावनी का निवासी बताया.

युवती के आरोप के मुताबिक, दोनों युवकों ने उसे नाश्ता और कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया. इसके बाद वह बेहोशी जैसी हालत में चली गई. इस स्थिति का फायदा उठाकर दोनों ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया. घटना के बाद उन्होंने धमकी दी कि अगर उसने किसी को कुछ बताया तो न सिर्फ उसके परिवार को जान से मार देंगे, बल्कि उसके अश्लील वीडियो को सोशल मीडिया पर भी वायरल कर देंगे.

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इस धमकी के कारण पीड़िता कई दिनों तक चुप रही, लेकिन परिजनों की पूछताछ और मामा के समझाने-बुझाने के बाद उसने पूरी सच्चाई साझा की. इसके बाद पीड़िता ने सारण महिला थाना में जीरो एफआईआर दर्ज कराई, जिसे आगे की कार्रवाई के लिए मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना स्थानांतरित किया गया.

अहियापुर थानाध्यक्ष ने बताया कि युवती के बयान पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है. अनुसंधान की जिम्मेदारी महिला पुलिस पदाधिकारी दरोगा अनुराधा कुमारी को सौंपी गई है. पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. इस मामले को लेकर टाउन टू की एसडीपीओ विनीता सिन्हा ने आजतक से बातचीत में कहा कि पुलिस घटना को गंभीरता से ले रही है और हर पहलू की गहराई से जांच की जा रही है. आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
 
 

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