
देश के ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए इस बार की दिवाली किसी स्वर्ण युग से कम नहीं है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि 22 सितंबर से लागू हुए GST 2.0 रिफॉर्म्स ने घरेलू ऑटो सेक्टर को जबरदस्त रफ्तार दी है. नतीजा यह हुआ कि एक महीने के भीतर ही कार बिक्री दोगुनी होकर 5 लाख यूनिट्स का आंकड़ा पार कर गई.
डीलरशिप पर उमड़ी भीड़ इस बात का संकेत हैं कि GST 2.0 का असर अब जमीन पर दिखने लगा है. टैक्स स्ट्रक्चर में किए गए बदलावों ने उद्योग को वह ‘बूस्ट’ दिया है, जिसकी उसे लंबे समय से दरकार थी. 22 सितंबर से लागू हुए GST 2.0 रिफॉर्म्स ने न सिर्फ ऑटो इंडस्ट्री को फिर से रफ्तार दी, बल्कि पूरे उपभोक्ता बाजार में एक नया उत्साह भर दिया.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को बताया कि GST 2.0 लागू होने के बाद से कार बिक्री में अभूतपूर्व उछाल देखा गया है. एक महीने के भीतर ही कारों की बिक्री दोगुनी होकर 5 लाख यूनिट्स से ऊपर पहुंच गई है. सीतारमण ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि "एक महीने पहले लागू हुआ GST 2.0 ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए बड़ा बढ़ावा साबित हुआ है. इसके लागू होने के बाद कारों की बिक्री दोगुनी से भी अधिक बढ़कर 5 लाख यूनिट्स से ऊपर पहुंच गई है."

उन्होंने कहा कि “बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि 22 सितंबर को नई GST दरों के लागू होने से लेकर दिवाली तक, पूरे यात्री वाहन उद्योग की कुल रिटेल बिक्री 6.5 लाख से 7 लाख यूनिट्स के बीच रह सकती है.”
त्योहारी सीजन में सिर्फ ऑटो इंडस्ट्री ही नहीं, बल्कि ई-कॉमर्स और क्विक-कॉमर्स सेक्टर ने भी बिक्री में जोरदार इजाफा दर्ज किया है. प्रीमियम प्रोडक्ट्स और इंस्टेंट-डिलीवरी सर्विसेज की डिमांड ने इस ग्रोथ को और तेज किया. इस बार का त्योहारी खर्च सिर्फ मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि टियर-2 और टियर-3 शहरों ने भी खरीदारी में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराई.
इसी दौरान टाटा मोटर्स ने ऐलान किया है कि, नवरात्रि से दीपावली के बीच कंपनी ने 30 दिनों में कुल 1 लाख से ज्यादा कारें डिलीवर की हैं. जिसमें SUVs ने फिर से अपना दबदबा कायम रखा. टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड के एमडी और सीईओ शैलेश चंद्र ने बताया कि, "यह उपलब्धि पिछले साल की तुलना में 33 फीसदी की ग्रोथ को दर्शाती है."
उन्होंने कहा कि, "कंपनी के एसयूवी मॉडल्स ने इस उछाल में अहम भूमिका निभाई है."उन्होंने कहा कि, "नेक्सॉन, जो सितंबर 2025 में भारत की नंबर 1 सेलिंग कार रही, के अकेले 38,000 से अधिक यूनिट्स बेचे, जो 73 फीसदी की ग्रोथ को दिखाते हैं. वहीं, टाटा की सबसे सस्ती एसयूवी पंच ने 32,000 यूनिट्स की बिक्री के साथ 29 फीसदी की बढ़त हासिल की है."

दूसरी ओर, मारुति सुज़ुकी इंडिया ने पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में अपना नेतृत्व और पुख्ता किया. इस बार की दिवाली पर देशभर में कुल बिक्री 6.05 लाख करोड़ तक पहुंच गई, जिसमें GST दरों में कटौती और 'स्वदेशी' प्रोडक्ट्स की बढ़ती मांग ने बड़ा योगदान दिया. मारुति सुजुकी ने धनतेरस के पहले दिन ही शनिवार को शाम तक ही 38,500 यूनिट्स की डिलीवरी कर ली थी. जो दिन खत्म होने तक करीब 41,000 डिलीवरीज़ होने की संभावना थी.
FE की एक रिपोर्ट के अनुसार मारुति सुजुकी ने 22 सितंबर (नए जीएसटी रेट के लागू होने के बाद) से लेकर 18 अक्टूबर के बीच तकरीबन 3.50 लाख कारों की बिक्री की है. इसके अलावा तकरीबन 4.50 लाख से ज्यादा कारों की बुकिंग भी दर्ज की है.
व्यापार संगठन CAIT के अनुसार, इस त्योहारी उछाल से लॉजिस्टिक्स, ट्रांसपोर्ट, पैकेजिंग और डिलीवरी जैसे एरिया में करीब 50 लाख लोगों को अस्थायी रोज़गार मिला. GST रेट कट और फेस्टिव सीजन के ऑफर्स के बीच ग्राहकों ने जमकर वाहन खरीदारी की है, जिससे दिवाली के बाद भी खपत में तेजी बनी रहने की उम्मीद है.