बांग्लादेश में भीषण आगजनी और हिंसा के बीच हालात बेहद खराब हो गए हैं. लोग सड़कों पर उतरकर जगह-जगह हिंसा कर रहे हैं. सरकारी संपत्तियों को आग के हवाले कर रहे हैं. इस बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. ढाका ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक शेख हसीना ने प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे के बाद आर्मी चीफ ने एक अंतरिम सरकार के गठन का ऐलान किया है.
ये भी पढ़ें: हिंसा के बीच बांग्लादेश की PM शेख हसीना ने ढाका छोड़ा, हजारों प्रदर्शनकारी पीएम हाउस में घुसे
बांग्लादेश में लगातार खराब हो रहे हालातों के बीच सेना चीफ जनरल वकार-उज-जमान देश को संबोधित करने वाले हैं. देशव्यापी कर्फ्यू को दरकिनार कर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी लॉन्ग मार्च के लिए ढाका के शाहबाग चौराहे पर इकट्ठा हुए हैं. इससे पहले रविवार को हुई हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई चुकी है.
ये भी पढ़ें: बांग्लादेश हिंसाः 24 घंटे में 100 लोगों की मौत, सड़कों पर लॉन्ग मार्च, पढ़ें हर अपडेट
प्रदर्शनकारियों ने किया लॉन्ग मार्च का आह्नान
बांग्लादेश के हालात ठीक वैसे ही बनते जा रहे हैं, जैसे कुछ समय पहले पाकिस्तान के थे. पाकिस्तान की तरह ही अंदरूनी कलह से जूझ रहे बांग्लादेश में लॉन्ग मार्च का आह्वान किया. छात्र नेताओं ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर सविनय अवज्ञा आंदोलन की घोषणा की.
ये भी पढ़ें: 'अगर भाई के घर में आग...', बांग्लादेश हिंसा पर नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस ने भारत से क्या अपील की?
प्रदर्शनकारियों और सत्ता समर्थकों के बीच भी झड़प
बांग्लादेश में ताजा हिंसा 5 अगस्त को हुई. सुबह-सुबह बंग्लादेश के अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए और शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़कों पर उग्र प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच झड़पें शुरू हो गईं. प्रदर्शन ने इतना उग्र रूप ले लिया कि पुलिस और छात्रों के बीच भी झड़पें शुरू हो गईं. सुरक्षा बलों ने हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले और स्टन ग्रेनेड दागे. इस हिंसा में कई पुलिसकर्मियों की भी मौत हो गई.
भारत ने जारी की एडवाइजरी
बांग्लादेश में हिंसा को देखते हुए, भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों को पड़ोसी देश की यात्रा न करने को लेकर एडवाइजरी जारी की है. मौजूदा दौर में बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने, अपनी गतिविधियों को प्रतिबंधित करने और अपने आपातकालीन फोन नंबरों के माध्यम से ढाका में भारतीय उच्चायोग के संपर्क में रहने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा सरकार ने इसके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है.
aajtak.in