बाबरी जैसी मस्जिद के शिलान्यास के बाद हुमायूं कबीर का बड़ा ऐलान, ओवैसी के साथ मिलकर लड़ेंगे चुनाव

बाबरी मस्जिद जैसे ढांचे का शिलान्यास करने के कुछ ही घंटों बाद TMC से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने बड़ा राजनीतिक बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी ओवैसी की पार्टी AIMIM के साथ गठबंधन पर बातचीत चल रही है और दोनों मिलकर बंगाल में बीजेपी और TMC को रोकने की तैयारी कर रहे हैं. इस बीच बेलडांगा में प्रस्तावित बाबरी मस्जिद भूमि पर लोग ईंटें और दान जमा करने पहुंचे.

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ओवैसी से गठबंधन करेंगे हुमायूं कबीर (Photo: Screengrab) ओवैसी से गठबंधन करेंगे हुमायूं कबीर (Photo: Screengrab)

अनुपम मिश्रा

  • मुर्शिदाबाद,
  • 07 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:06 PM IST

पश्चिम बंगाल की राजनीति में अब एक नया मोड़ आ गया है. मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद जैसे ढांचे का शिलान्यास करने के कुछ घंटे बाद ही टीएमसी से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने गठबंधन की घोषणा कर दी. शनिवार को कबीर ने कहा कि वह AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के साथ बातचीत कर रहे हैं और दोनों दल आगामी चुनावों में मिलकर उतरने की तैयारी में हैं.

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ओवैसी से गठबंधन करेंगे हुमायूं कबीर

उन्होंने कहा कि यह गठबंधन बंगाल में बीजेपी और TMC दोनों को रोकने के लिए एक मजबूत विकल्प पेश करेगा. कबीर के अनुसार, 'हम ओवैसी की पार्टी के साथ चर्चा कर रहे हैं और साथ में आगे आने का प्लान बना रहे हैं. यह गठबंधन राजनीतिक रूप से एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है.'

यह घोषणा उस समय सामने आई है जब कबीर द्वारा बेलडांगा में प्रस्तावित बाबरी मस्जिद के शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर राज्य में बवाल जारी है. इस कार्यक्रम से जुड़े वीडियो में समर्थक सिर पर ईंटें लेकर ज़मीन पर इकट्ठा होते दिखाई दिए थे. वहीं आज भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचकर उसी स्थल पर ईंटें जमा कर रहे हैं और दानपेटी में रुपये देकर निर्माण कार्य में सहयोग कर रहे हैं.

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मस्जिद के लिए चंदा जुटा रहे हैं कबीर

कबीर के इस कदम ने बंगाल की मौजूदा राजनीतिक पारे को कई गुणा बढ़ा दिया है. जहां TMC से निलंबन के बाद उनकी राजनीतिक दिशा को लेकर सवाल उठ रहे थे, वहीं ओवैसी की पार्टी के साथ संभावित गठबंधन ने उन्हें राज्य की राजनीति में फिर से केंद्र में ला खड़ा किया है.

उन्होंने दावा किया कि बंगाल में मुसलमानों और दलितों की राजनीतिक आवाज को मुख्यधारा की पार्टियों ने नजरअंदाज किया है और अब एक नया मंच तैयार हो रहा है जहां उनकी भागीदारी और हित प्राथमिकता में होंगे.

फिलहाल बेलडांगा में बाबरी मस्जिद जैसी संरचना के शिलान्यास और दान अभियान से मामले ने धार्मिक और राजनीतिक दोनों स्तरों पर तनाव बढ़ा दिया है.

 

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