नोएडा में इस बार चर्चा किसी नई गाड़ी, बड़े कारोबारी या बॉलीवुड स्टार की नहीं, बल्कि एक ऐसे नंबर की है जिसने रिकॉर्ड तोड़ दिया. गाड़ी का वीआईपी नंबर UP16FH 0001 जिसके लिए एक प्राइवेट कंपनी ने 27 लाख 50 हजार रुपये खर्च कर डाले. जी हां, आपने सही पढ़ा. केवल गाड़ी का नंबर… और कीमत सीधे 27.50 लाख.
नोएडा में महंगी और बड़ी गाड़ियों पर VIP नंबरों को लेकर दीवानगी कोई नई बात नहीं है. लेकिन इस बार का मामला अलग है. यह सिर्फ एक नंबर की नीलामी नहीं थी, बल्कि एक तरह की प्रतिष्ठा पाने की होड़ थी, जिसमें बोली लगाने वाले कई दावेदारों को पछाड़कर एक कंपनी ने नंबर खरीद लिया.
क्यों खास है ‘0001’ नंबर?
आरटीओ कर्मचारियों के मुताबिक वाहन मालिकों के बीच ‘0001’ नंबर हमेशा से प्रतिष्ठा का प्रतीक माना जाता रहा है. लोग इसे स्टेटस सिंबल मानते हैं. बिजनेस समुदाय में इसका अपना एक अलग रसूख है और बड़े शहरों में यह एक पहचान का हिस्सा भी बन जाता है नोएडा, गुरुग्राम, मुंबई और दिल्ली जैसे शहरों में वीआईपी नंबर लेने की होड़ लगातार बढ़ रही है. लोग लाखों रुपये खर्च कर ऐसे नंबर अपने वाहनों पर लगवाना अपना ‘ब्रांड स्टेटमेंट’ मानते हैं.
नीलामी ने तोड़े रिकॉर्ड
गौतमबुद्धनगर (नोएडा) के आरटीओ विभाग ने नई प्राइवेट वाहन सीरीज़ UP16FH की ऑनलाइन नीलामी शुरू की थी. सामान्यतः नीलामी में अच्छी-खासी भागीदारी रहती है, लेकिन इस बार जैसे ही नंबर 0001 बोली के लिए खुला, माहौल रोमांचक हो गया. आरटीओ अधिकारियों के मुताबिक शुरुआत में कई प्रतिभागियों ने 0001 के लिए दिलचस्पी दिखाई. लगातार बोली बढ़ती गई. अंत में यह रेस पहुंची 27,50,000 रुपये के चौंकाने वाले स्तर पर खत्म हुई और सबसे ऊंची बोली लगाने वाली कंपनी रही M/S AVIORION PRIVATE LIMITED. नीलामी में शामिल होने से पहले कंपनी ने नियमों के तहत ₹33,333 की जमानत का पैसा जमा करना था. पॉलिसी के अनुसार, सबसे ऊंची बोली लगाने के बाद शेष रकम जमा करना अनिवार्य रहता है. कंपनी ने तय समय के भीतर बाकी ₹27,16,667 भी ऑनलाइन जमा कर दिया, जिसके बाद नंबर उनके नाम आवंटित कर दिया गया.
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने पुष्टि की कि 0001 नंबर के लिए यह अब तक की सबसे ऊंची बोली मानी जा रही है. इससे पहले भी कई बार महंगे नंबरों की नीलामी हुई, लेकिन इस कीमत ने सभी पुराने रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिए. अक्सर अपने वाहनों पर खास नंबर लगवाने के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं. वाहन नंबर कई बार किसी की ‘पहचान’ का हिस्सा बन जाता है. 0001, 0007, 7777, 9999, 1111 जैसे नंबरों की डिमांड हमेशा सबसे अधिक रहती है.
आरटीओ विभाग के लिए भी बड़ी उपलब्धि
नोएडा आरटीओ के अधिकारियों के अनुसार, यह नीलामी विभाग की डिजिटल पारदर्शिता को और मजबूती देती है. यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन हुई. कहीं भी मैनुअल हस्तक्षेप नहीं था. सभी प्रतिभागियों को बराबरी का मौका मिला. एक अधिकारी ने बताया कि वीआईपी नंबरों की मांग लगातार बढ़ रही है. हर नई सीरीज़ में 0001, 0007 या 0786 जैसे नंबर हमेशा विवादहीन रूप से सबसे पहले बिकते हैं. यह शहर के वाहन बाजार की आर्थिक क्षमता को भी दर्शाता है.
किस गाड़ी पर लगेगा यह 27.50 लाख वाला नंबर?
हालांकि परिवहन विभाग की ओर से वाहन और उसकी कीमत का आधिकारिक खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन जानकारी मिली है कि यह नंबर एक नई लक्ज़री कार के लिए खरीदा गया है. अनुमान है कि जिस गाड़ी पर यह नंबर लगेगा, उसकी कीमत ही करोड़ों में होगी. अक्सर यह देखा गया है कि मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू, रेंज रोवर, लैंड क्रूज़र, ऑडी जैसी गाड़ियों पर ही ऐसे महंगे नंबर लगाए जाते हैं.
भूपेन्द्र चौधरी