7 साल पहले बह गया पुल, अब ऐसे नदी पार कर स्कूल जाते हैं बच्चे

नैनीताल जिले के दूरस्थ ब्लॉक ओखलकांडा के गांव थलाड़ी के बच्चे रोजाना जाबांजी का परिचय देकर घर से 12 किलोमीटर दूर राजकीय इंटर कॉलेज, नाइ जाते हैं. बीच रास्ते में बरसात में उफनाई उत्तरी गौला नदी पड़ती है, जिसे करीब 30 बच्चे मानव श्रृंखला बनाकर रोज पार करते हैं, क्योंकि 2010 में नदी पर बना पुल बह गया था.

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नदी पार करते बच्चे नदी पार करते बच्चे

लव रघुवंशी

  • नैनीताल,
  • 16 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 3:58 PM IST

नैनीताल जिले के दूरस्थ ब्लॉक ओखलकांडा के गांव थलाड़ी के बच्चे रोजाना जाबांजी का परिचय देकर घर से 12 किलोमीटर दूर राजकीय इंटर कॉलेज, नाइ जाते हैं. बीच रास्ते में बरसात में उफनाई उत्तरी गौला नदी पड़ती है, जिसे करीब 30 बच्चे मानव श्रृंखला बनाकर रोज पार करते हैं, क्योंकि 2010 में नदी पर बना पुल बह गया था.

इनके गांव में भी इंटर कॉलेज है, लेकिन सालों से उसमें शिक्षक नहीं हैं. बच्चों के भविष्य के लिए चिंतित इनके पालक कलेजे पर पत्थर रखकर बच्चों को स्कूल भेजते हैं. सात साल से इन गांव वालों की शासन और प्रसाशन नहीं सुन रहा है. नई सरकार ने भी 500 की आबादी वाले इस गांव को अपने हाल पर छोड़ दिया है. नदी के उफान पर आते ही स्कूल में बच्चों की छुट्टी हो जाती है. ग्रामीणों का संपर्क जिले से कट जाता है.

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ग्रामीणों ने समस्या के समाधान के लिए कई बार पूर्व सरकारों समेत जिला प्रशासन से, विधायक से, सभी से गुहार लगाई लेकिन आज तक इन बच्चों और ग्रामीणों की आवाज किसी ने नहीं सुनी.

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