मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने विराट कोहली (Virat Kohli) से जुड़े एक अनमोल गिफ्ट को लेकर कुछ खुलासे किए हैं. उन्होंने यह खुलासा अपने रिटायरमेंट के दिन वाले किस्से को सुनाते हुए किया है. सचिन ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच नवंबर 2013 को वानखेड़े में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट खेला था.
इस टेस्ट के बाद सचिन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. मैच में टीम इंडिया ने पारी और 126 रनों के अंतर से जीत दर्ज की थी. जीत के बाद 16 नवंबर को सचिन अपने ड्रेसिंग रूम में बैठकर भावुक हो गए थे. वह एक तरफ कोने में बैठे थे और उनके आंसू नहीं रुक रहे थे. सचिन ने इसी दौरान का एक किस्सा एक इंटरव्यू में शेयर किया.
अकेले में बैठे सचिन की आंख से आंसू नहीं रुक रहे थे
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने अमेरिकी पत्रकार ग्राहम बेंसिंगर के यूट्यूब चैनल पर कहा कि मुझे आज भी वह वाकया याद है. टेस्ट खेलकर मैं चेंज रूम में आया था और मेरी आंख में आंसू थे. तब तक मैं क्रिकेट से संन्यास ले चुका था और खुद को यही बात समझा रहा था. मैं एक कोने में बैठा हुआ था और अपनी भावनाओं पर कंट्रोल नहीं कर पा रहा था. मेरे सिर पर टॉवेल था और मैं आंसू पोंछ रहा था. तभी मुझे याद है विराट कोहली मेरे पास आए. उन्होंने मुझे एक लाल धागा दिया, जो उन्हें उनके पिता ने दिया था.
सचिन ने कहा कि मैंने थोड़ी देर के लिए वह धागा लिया और तुरंत लौटा भी दिया. मैंने उनसे कहा कि यह अनमोल है. इसे आपके पास ही होना चाहिए. यह आपका है और किसी का नहीं. इसे आप अपनी आखिरी सांस तक अपने पास ही रखना. यह कहकर मैंने उन्हें वह धागा लौटा दिया. यह मेरे लिए एक भावुक पल था. ऐसे ही कुछ अनमोल यादें हैं, जो हमेशा मेरे साथ रहेंगी.
कोहली ने भी इसी शो में धागे का जिक्र किया था
दो साल पहले विराट कोहली ने भी इसी शो पर इस बारे में बात की थी. तब उन्होंने कहा था कि मैं इस धागे को हमेशा कलाई पर बांधकर रखता हूं. भारत में ज्यादातर लोग ऐसा करते हैं. मेरे पिता ने यह मुझे दिया था. वह भी इसे पहनते थे. यही कारण है कि मैं इसे हमेशा अपने बेग में लेकर चलता हूं. मैं जानता हूं कि मेरे पिता की दी हुई यह चीज मेरे लिए सबसे कीमती है. मैं इससे ज्यादा कीमती गिफ्ट सचिन को कुछ ओर नहीं दे सकता था. मैंने उनसे कहा था कि उन्होंने मुझे काफी प्रेरित किया है. यह मेरी तरफ से छोटा सा गिफ्ट है.
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