कानपुर के शिवराजपुर इलाके में मंगलवार सुबह एक अनोखी घटना देखने को मिली. कासगंज पैसेंजर ट्रेन गुजर रही थी तभी रेलवे लाइन पर बैठे पांच बंदर उसकी चपेट में आ गए. ट्रेन ड्राइवर ने हॉर्न भी बजाया लेकिन बंदर ट्रैक पर ही बैठे रहे और ट्रेन गुजरते ही सभी पांच लंगूर बंदर कट गए और उनकी मौत हो गई.
घटना पकरा रेलवे क्रॉसिंग के पास हुई. जैसे ही बंदरों की मौत की खबर आसपास के इलाके में फैली, तुरंत ही कई बंदरों के झुंड वहां पहुंच गए. बंदरों ने रेलवे ट्रैक के साथ पास की फैक्ट्रियों और घरों की दीवारों पर बैठकर जगह घेर ली. इसके चलते इलाके में डर का माहौल बन गया और लोगों ने क्रॉसिंग से आना-जाना बंद कर दिया. आसपास रहने वाले लोगों ने भी अपने दरवाजे बंद कर लिए. बंदरों ने किसी पर हमला नहीं किया लेकिन वह शांत होकर अपने मृत साथियों के पास बैठे रहे.
पांच बंदर ट्रेन से कटे
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने बंदरों की बॉडी हटाने की कोशिश की तो बंदर पुलिस के पास आ गए और दौड़ने लगे. इसके बाद अतिरिक्त पुलिस और टीम बुलाकर बंदरों को कवर किया गया और फिर पांचों बंदरों की बॉडी ट्रैक से हटाई गई. इसके बाद ही बंदरों का झुंड वहां से हट सका.
हॉर्न की आवाज सुनकर भी नहीं हटे थे बंदर
एसीपी शिवराजपुर अमरनाथ यादव ने बताया कि कासगंज पैसेंजर ट्रेन की चपेट में पांच बंदर आए थे. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बॉडी हटाई और बंदरों के झुंड को रास्ते से हटाया गया. चश्मदीद दिलीप तिवारी ने भी बताया कि बंदर ट्रैक पर काफी देर तक बैठे रहे और लोग डर के मारे रास्ते से नहीं निकले.
रंजय सिंह