Rahul Gandhi vs Mamata Banerjee: राहुल गांधी और ममता बनर्जी में कब-कब हुई जुबानी जंग?

Mamata Banerjee vs Rahul Gandhi :पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री बनर्जी ने 1 दिसंबर को मुंबई में कहा, 'आधे वक्‍त विदेश रहेंगें तो राजनीति कैसे हो सकती है. हालांकि उन्‍होंने इस दौरान राहुल गांधी का नाम नहीं लिया, लेकिन इशारा उनकी तरफ ही था. इस खबर में हमने विस्‍तार से बताया है कि राहुल गांधी और ममता बनर्जी में आखिर कब-कब बयानबाजी हुई है?

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राहुल गांधी और ममता बनर्जी राहुल गांधी और ममता बनर्जी

Krishan Kumar

  • नई दिल्‍ली ,
  • 02 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 6:27 PM IST
  • राहुल गांधी का नाम लिए बिना साधा निशाना
  • कांग्रेसी नेताओं ने भी किया पलटवार

Rahul Gandhi Vs Mamata Banerjee: कांग्रेस (Congress) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) में एक बार सियासी तलवारें खिंच गईं हैं, इसकी वजह है ममता बनर्जी का राहुल गांधी पर दिया गया बयान. ये बयान उन्‍होंने मुंबई में एक कार्यक्रम में दिया. हालांकि, इस दौरान ममता बनर्जी ने राहुल गांधी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष की तरफ था.

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पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने मुंबई  में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात की थी. उन्‍होंने ये भी कहा अब यूपीए खत्‍म है. ये अब यूपीए नहीं हैं. दरसअल, एक पत्रकार ने पूछा था कि क्‍या आप शरद पवार को यूपीए का नेतृत्‍व करने के लिए कहेंगी ? इसी पर उन्‍होंने ये जबाव दिया.

हालांकि,  इसी साल जब 28 जुलाई को ममता बनर्जी जब सोनिया गांधी से मिलीं थी, तब उन्‍होंने कहा था कि बीजेपी को हराने के लिए सबका साथ होना बेहद जरूरी है. ऐसे में ये तय है कि अब ममता बनर्जी वह अपना राजनीतिक विस्‍तार करने में लगी हुई हैं, इसी के तहत वह मुंबई में उन्‍होंने ये बयान दिया. आखिर राहुल गांधी और ममता बनर्जी ममें कब-कब सियासी बयानबाजी हुई है, यही इस खबर में विस्‍तार से बताएंगे. वहीं कई मौके ऐसे भी आए जब दोनों ही पार्टियों के नेता भी एक दूसरे से भिड़ गए.    

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आखिर ममता बनर्जी ने कहा क्‍या? 

पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री बनर्जी ने 1 दिसंबर को मुंबई में कहा, 'आधे वक्‍त विदेश रहेंगें तो राजनीति कैसे हो सकती है. हमने भी घूमने की कोशिश की थी,  हम विदेश जाएंगे तो हमारे पीछे-पीछे लोग भी आएंगे. दूसरी बात ये है कि अगर कोई कुछ करता ही नहीं है. आधा टाइम आप विदेश में रहो, तो पॉलिटिक्‍स कैसे होगी? पॉलिटिक्‍स में तो आपको लगातार समय देना होगा.'

वह बोलीं, संघीय ढांचा मजबूत करना होगा. साथ ही सभी क्षेत्रीय पार्टियों को एक साथ आना होगा. क्षेत्रीय पार्टी ही मिलकर राष्‍ट्रीय पार्टी बना सकती हैं. अगर सभी क्षेत्रीय पार्टी एक साथ आ गई तो आसानी से बीजेपी को सत्‍ता से उखाड़कर फेंका जा सकता है.
  

कब-कब ममता-राहुल ने छोड़े सियासी तीर

1 नवम्‍बर 2021: कोलकाता में एक पूजा उद्घाटन समारोह के दौरान ममता बनर्जी ने कहा था कि कांग्रेस भरोसे लायक नहीं है. वहीं कांग्रेस और बीजेपी में सेटिंग की बात कही थी. ममता ने कहा था कि जब से केंद्र में मोदी सरकार आई तब से क्‍या कांग्रेस ने कोई लड़ाई लड़ी है? वह केवल ऊपर से विरोध करती है. हमनें कांग्रेस इसलिए छोड़ी क्‍योंकि वह जनता के साथ धोखेबाजी करती है. 

30 अक्‍टूबर 2021: ममता बनर्जी ने पणजी में कहा था कि कांग्रेस राजनीति को गंभीरता से नहीं ले रही है. वह ये भी बोलीं थी कि कांग्रेस सही फैसले नहीं ले रही है.  इसका अंजाम पूरा देश भुगता रहा है. वह पत्रकारों से बात करते हुए ये भी बोलीं थी कि पीएम मोदी और ताकतवर बनेंगे. 

23 मार्च 2019:  चाचल (मालदा) में राहुल गांधी ने एक रैली में कहा पीएम मोदी बड़े-बड़े वादे करते है, ममता बनर्जी ने भी कुछ ज्‍यादा काम नहीं किए हैं. मोदी जी झूठ बोलते हैं तो ममता बनर्जी केवल वादे करती रहती हैं. 

7 जुलाई 2018 : इंडिया टुडे से बातचीत में ममता बनर्जी ने कहा था कि कहा था कि वह सोनिया गांधी के साथ काम करने को तैयार हैं, उनके साथ उनके बहुत अच्‍छे संबंध हैं. लेकिन राहुल गांधी काफी जूनियर हैं. 

23 अप्रैल 2016 : पश्चिम बंगाल विधानसभा के दौरान तत्‍कालीन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कोलकाता के हावड़ा में रैली ममता बनर्जी और मोदी सरकार दोनों पर हमला किया था. तब उन्‍होंने बोला था  ममता जी बंगाल में झूठे वादे कर रहीं हैं वहीं उनके दोस्त मोदी जी दिल्ली में झूठे वादों की बरसात कर रहे हैं.

18 अप्रैल 2016 : मुर्शिदाबाद की चुनावी रैली में राहुल गांधी ने कहा था कि ममता बनर्जी ने 70 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन किसी को नौकरी नहीं मिली. राहुल गांधी तब बोले थे कांग्रेस की मदद से बंगाल में ममता बनर्जी ने सत्‍ता हासिल की लेकिन वह रातोंरात बदल गईं. अपने सारे वादे भी भूल गईं हैं. 

6 जून 2015 : कोलकाता में पार्टी कार्यकर्ताओं कों संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने ममता बनर्जी पर हमला बोला था, राहुल गांधी ने कहा था, 'हमारी यूपीए सरकार के दौरान प्रधानमंत्री बांग्लादेश जाना चाहते थे, हमने ममता जी से साथ चलने की विनती की थी, पर  तब ममता बनर्जी ने इंकार करते हुए कहा- एकला चलो रे. अब मोदी जी आ गए हैं तो साथ जाने की बात करने लगीं. ये कैसी दोस्ती है.' दरअसल, तब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के दौरे पर एक साथ गए थे. 

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जब दोनों पार्टी के नेता एक दूसरे से भिड़े 

28 अक्‍टूबर 2021:
TMC के मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ में कहा छपा था कि कांग्रेस ने खुद को 'ट्विटर की दुनिया तक सीमित' कर लिया है.

24 अक्‍टूबर 2021: अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी को पीएम मोदी का मिडिडलमैन कहा था. अधीर ने आगे बोला था कि ऐसा लग रहा है कि उन्होंने तय कर लिया है कि दिल्ली आपकी और कोलकाता हमारा. अगर ऐसा नहीं होता तो वह कांग्रेस के लिए ऐसी बेकार चीजें नहीं बोलतीं. दरअसल, एक दिन पहले अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि कांग्रेस को वोट देना बर्बादी है. 

23 अक्‍टूबर 2021: तृणमूल कांग्रेस के सांसद और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने साउथ 24 परगना में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस को वोट देना अपने मत को बर्बाद करने जैसा होगा, क्‍योंकि टीएमसी पिछले कई सालों से बीजेपी को हरा रही है, जबकि कांग्रेस भाजपा से लगातार चुनाव हार रही. 

18 सितंबर 2021: टीएमसी के मुखपत्र में पार्टी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय के हवाले से कहा गया था कि हमने यह कभी नहीं कहा कि कांग्रेस के बिना भाजपा का वैकल्पिक मोर्चा तैयार किया जा सकता है. लेकिन राहुल गांधी नरेंद्र मोदी के विकल्प बनने में विफल रहे. इसलिए ममता बनर्जी को पीएम मोदी के खिलाफ विकल्प के तौर पर पेश करेंगे. मुखपत्र में ये लिखा गया था कि पीएम मोदी के खिलाफ राहुल गांधी नहीं बल्कि ममता बनर्जी विकल्‍प हैं. 

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ममता के बयान पर कांग्रेस ने क्‍या कहा?   

ममता बनर्जी की मुंबई में बयानबाजी पर  कांग्रेसी नेताओं ने हमला बोला है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सियासी पलटवार किया करते हुए, ' थोड़ा ज्‍यादा पागलपन शुरू कर दिया है, उनको लग रहा है कि सारा हिन्‍दुस्‍तान 'ममता-ममता' कर रहा है. ये साजिश आज की नहीं है, इसके पीछे पीएम मोदी हैं'.

वहीं महाराष्‍ट्र कांग्रेस के अध्‍यक्ष नाना पटोले ने कहा, कांग्रेस के नेतृत्‍व में ही यूपीए में लड़े और जीते थे. वहीं कपिल सिब्बल ने कहा, कांग्रेस के बिना यूपीए, बिना आत्मा के शरीर की तरह होगी. यह समय एकता दिखाने का है. दिग्विजय सिंह का भी बयान आया, बोले, आज देश में कोई सड़कों पर लड़ रहा है तो वह कांग्रेस है. वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, हम तमाम मुद्दों में टीएमसी को साथ लाने का प्रयास करते हैं. विपक्ष को बंटना नहीं चाहिए. हमें साथ मिलकर ये लड़ाई लड़नी होगी. 

दिल्‍ली आईं पीएम मोदी से मिलीं पर सोनिया से नहीं 

वैसे कई मौकों पर कांग्रेस और ममता बनर्जी एक दूसरे के साथ भी नजर आए हैं, लेकिन हाल में जब दिल्‍ली ममता बनर्जी आईं तो उन्‍होंने पीएम मोदी से तो मुलाकात की थी लेकिन वह कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी से नहीं मिली थीं. इस पर उन्‍होंने कहा था कि मैनें पीएम मोदी से समय मांगा था, उनसे मुलाकात की. किसी और से मिलने के लिए समय नहीं मांगा था. 

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