कर्नाटक में एक शख्स नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए मां काली की पूजा कर रहा था. इस दौरान उसने खून चढ़ाने के लिए अपनी उंगली में चीरा लगाया, लेकिन गलती से उसने पूरी उंगली ही उतार दी. एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित का नाम अरुण वर्नेकर है. वह उत्तर कन्नड़ जिले में कारवार के सोनारवाड़ा का रहने वाला है. अरुण के मुताबिक वह छुरी से अपने बाएं हाथ की तर्जनी उंगुली में छोटा सा कट लगाना चाह रहा था, लेकिन इस कोशिश में उसकी उंगुली का अगला हिस्सा पूरी तरह कट गया.
उसने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा, 'मैं कुछ खून इकट्ठा करना चाहता था, लेकिन गलती से जितना मैंने सोचा था उससे कहीं ज्यादा बल लग गया और मैंने अपनी उंगली का एक हिस्सा काट दिया. मैं इसे देवी का प्रसाद मानूंगा.' रिपोर्ट के मुताबिक कट लगने के बाद अरुण के बाएं हाथ की तर्जनी उंगली लटक गई. वह खून इकट्ठा करने में कामयाब रहा और इसका इस्तेमाल यह लिखने के लिए किया, 'मां काली हमारे मोदी की रक्षा करें.' परिवार के सदस्य पीड़ित को अस्पताल ले गए, तो डॉक्टरों ने कहा कि उसकी कटी उंगुली को जोड़ना अब असंभव है. उन्होंने अरुण को अपनी उंगुली पूरी तरह से अलग करने की सलाह दी.
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अरुण वर्नेकर पेशे से सुनार हैं. वह भाजपा और पीएम मोदी का जबरा फैन हैं. उन्होंने अपने घर में एक छोटा सा मंदिर बनाया है और उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक प्रतिमा लगाई है. नीचे एक पट्टिका है जिस पर लिखा है, 'मोदी भारत माता के पुजारी हैं, मैं मोदी बाबा का पुजारी हूं'. जब साल 2014 में नरेंद्र मोदी बीजेपी कैम्पेन कमिटी के अध्यक्ष नामित हुए और उनके नेतृत्व में पार्टी ने लोकसभा का चुनाव लड़ा तो वर्नेकर ने कर्नाटक की जनता के नाम अपने खून से एक पत्र लिखा था. इस पत्र में उन्होंने लोगों से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए बीजेपी के पक्ष में मतदान करने की अपील की थी.
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देश में लोकसभा के चुनाव सात चरणों में संपन्न होंगे. पहले चरण के लिए 19 अप्रैल, दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल, तीसरे चरण के लिए 7 मई, चौथे चरण के लिए 13 मई, पांचवें चरण के लिए 20 मई, छठवें चरण के लिए 25 मई और सातवें चरण के लिए 1 जून को वोटिंग होगी. नतीजे 4 जून को घोषित होंगे. कर्नाटक, अपनी 28 लोकसभा सीटों के साथ, आगामी लोकसभा चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका रखता है. कर्नाटक में लोकसभा चुनाव दो चरणों में 26 अप्रैल और 7 मई को संपन्न होंगे. कर्नाटक की 28 लोकसभा सीटों में से 5 एससी उम्मीदवारों के लिए और 2 एसटी उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं.
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