कांग्रेस का राजस्थान के उदयपुर में तीन दिन का चिंतन शिविर खत्म हो गया. माना जा रहा था कि कांग्रेस के इस चिंतन शिविर में पार्टी नेतृत्व, कांग्रेस के सामने मौजूदा चुनौतियों, 2024 लोकसभा चुनाव कैसे जीता जाए, जैसे मुद्दों पर रणनीति तैयार करेगी. लेकिन इस चिंतिन शिविर के बावजूद नेतृत्व की समस्या, चुनाव की रणनीति जैसे मुद्दे अनसुलझे रह गए. चुनाव कैसे जीते जाते हैं? 2022 से 2027 तक कांग्रेस का नेतृत्व कौन करेगा? बहुसंख्यकवाद और बाहुबल राष्ट्रवाद का मुकाबला कांग्रेस कैसे करना चाहिए? पंचायत से लेकर संसद तक किसी भी स्थिति में सभी पदों को नियंत्रित करने के लिए टीम राहुल को तैनात किया गया है. वहीं, नए अध्यक्ष का कार्यकाल 2022 से 2027 तक होगा. क्या कांग्रेस इतनी लंबी अवधि के लिए एक गैर-गांधी को अध्यक्ष पद पर स्वीकार कर सकती है.