तमिलनाडु: मंदिर में महिला को खाना देने से रोका गया, मंत्री ने साथ बैठकर खाया खाना

अनुसूचित जनजाति की महिला और उसके परिवार को कांचीपुरम के एक मंदिर में अन्नधनम (मुफ़्त खाना) के अवसर पर अपमानित किया गया. उसे मंदिर में खाना देने से रोका गया और मारपीट की गई. अब मंत्री पीके शेखर बाबू ने महिला के साथ बैठकर खाना खाया.

Advertisement
मंत्री पीके शेखर बाबू ने मंदिर में महिला के साथ बैठकर खाना खाया मंत्री पीके शेखर बाबू ने मंदिर में महिला के साथ बैठकर खाना खाया

aajtak.in

  • चेन्नई,
  • 30 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 12:50 PM IST
  • अनुसूचित जनजाति की महिला के साथ मंदिर में किया गया भेदभाव
  • खाना खाने से रोका और मारपीट की गई
  • मंत्री ने साथ बैठकर खाना खाया

कुछ दिन पहले ममल्लापुरम की रहने वाली एक महिला ने शिकायत की थी कि उसे और उसके परिवार को कांचीपुरम के एक मंदिर में अन्नधनम (मुफ़्त खाना) के अवसर पर अपमानित किया गया. उसे मंदिर में खाना देने से रोका गया और मारपीट की गई क्योंकि वह नारिकुराव समुदाय से थी. अब मंत्री पीके शेखर बाबू ने महिला के साथ बैठकर खाना खाया.

Advertisement

अनुसूचित जाति की महिला को मंदिर में नहीं दिया गया खाना

महिला ने शिकायत की थी कि वह अपने परिवार के साथ मंदिर गई थी और उसे सबसे आखिर में बैठाया गया. खाना परोसे जाने से पहले ही मंदिर के कार्यकर्ता वहां आए और उन्हें वहां से जाने के लिए कहा. विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की गई. महिला ने कहा कि नारिकुराव (अनुसूचित जनजाति) होने की वजह से उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया. 

मंत्री ने नारिकुराव समुदाय के लोगों के साथ खाया खाना

यह विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसे लेकर मंदिर प्रशासन की आलोचना की गई. हालांकि तमिलनाडु के मंत्री पीके शेखर बाबू ने मंदिर जाकर मामले की जानकारी ली. इसके बाद महिला को मंत्री शेखर बाबू और अन्य अधिकारियों के साथ अन्नधनम के लिए मंदिर में बुलाया गया.

Advertisement

महिला और नारिकुराव के अन्य लोगों के साथ खाना खाने के बाद मंत्री जी ने कहा कि अधिकारियों को समझाइश दी गई है कि सभी लोगों के साथ बराबरी का व्यवहार करना चाहिए और सम्मान के साथ पेश आना चाहिए.


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement