Nagaland Killings: कोन्याक छात्र संघ ने शुरू किया शोक सप्ताह, 7 दिनों तक जिले में न आए सैन्य बल, दी चेतावनी

नगालैंड फायरिंग (Nagaland Firing) की घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है. कोन्याक छात्र संघ शोक सप्ताह मना रहा है. संघ ने एक पत्र जारी कर सेना और असम राइफल्स को चेतावनी दी है कि एक सप्ताह तक वे मोन जिले से दूर रहें. चेतावनी में यह भी कहा है कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उनके लिए जोखिम रहेगा.

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नगालैंड के मोन जिले में मृतकों के अंतिम संस्कार में शामिल लोग (फोटो: आजतक) नगालैंड के मोन जिले में मृतकों के अंतिम संस्कार में शामिल लोग (फोटो: आजतक)

हेमंत कुमार नाथ

  • गुवाहाटी,
  • 08 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 4:56 PM IST
  • कोन्याक छात्र संघ ने लेटर जारी कर दी चेतावनी
  • भारतीय सेना और असम राइफल्स 7 दिन तक जिले में नहीं आए

नगालैंड फायरिंग (Nagaland Firing) की घटना को लेकर कोन्याक छात्र संघ शोक सप्ताह मना रहा है. संघ ने एक पत्र जारी कर सेना और असम राइफल्स को चेतावनी दी है कि एक सप्ताह तक वे मोन जिले से दूर रहें. चेतावनी में यह भी कहा है कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उनके लिए जोखिम रहेगा.

नगालैंड के मोन जिले में 14 नागरिकों की हत्या के बाद शोक मनाया जा रहा है. शोक सप्ताह 7 दिसंबर से शुरू किया गया है. कोन्याक छात्र संघ के अध्यक्ष नोकलेम कोन्याक ने आजतक को फोन पर बताया कि कोन्याक छात्र संघ ने एक लेटर जारी किया है. इसमें कहा है कि शोक सप्ताह के दौरान मोन जिले के भीतर सैन्य कर्मियों की आवाजाही पूरी तरह से बंद रहे.

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छात्र संघ ने सेना को दी चेतावनी में क्या कहा

नोकलेम कोन्याक ने कहा कि अगर कोई सैन्यकर्मी इस बात को नहीं मानेगा तो यह पूरी तरह से उनके अपने जोखिम पर होगा. संघ ने कहा कि यह हमारी चेतावनी है, क्योंकि हम सात दिन का शोक मना रहे हैं. हम अपने लोगों की सुरक्षा के लिए अपने अधिकार क्षेत्र, अपने गांव से असम राइफल्स को हटाने की मांग कर रहे हैं.

सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (AFSPA) का फायदा उठाकर सुरक्षा बल दूसरे अधिकार क्षेत्र से हमारे अधिकार क्षेत्र में आ रहे हैं. उन्हें अब इसकी जानकारी नहीं है, उन्हें कुछ पता नहीं है. वे ऑपरेशन कर रहे हैं और हमारे लोगों को परेशान कर रहे हैं. छात्र संघ ने कहा कि वे निर्दोष नागरिकों की हत्या कर रहे हैं. शोक सप्ताह की अवधि में वे हमारे इलाके में, पूरे जिले में नहीं आएं.

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गृह मंत्री अमित शाह से बयान वापस लेने की मांग की 

कोन्याक छात्र संघ ने यह भी कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में गलत बयान दिया था. हम केंद्रीय गृह मंत्री से अपने बयान को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. अगर वो अपना बयान वापस नहीं लेंगे तो हम और आगे बढ़ेंगे. हमारा गहरा शोक सप्ताह 7 दिसंबर से शुरू हुआ था और हम अगले 6 दिनों तक शोक मनाएंगे.

नगालैंड से AFSPA को निरस्त करने की मांग की

कोन्याक छात्र संघ ने आगे कहा कि नगालैंड से AFSPA (Armed Forces Special Powers Act) को निरस्त किया जाना चाहिए. कोन्याक छात्र संघ अधिनियम के निरस्त होने तक अपनी लड़ाई जारी रखेगा. नोकलेम कोन्याक ने कहा कि हम अपनी लड़ाई तब तक जारी रखेंगे, जब तक कि AFSPA (Armed Forces Special Powers Act) खत्म नहीं हो जाता है. पैसा किसी की जिंदगी कैसे खरीद सकता है. हम कोई मुआवजे की मांग नहीं कर रहे हैं. केंद्र और राज्य सरकार ने जो भी घोषणा की है, हम मुआवजा राशि के साथ समझौता नहीं करेंगे.

छात्र संघ ने सभी जगहों पर काला झंडा लगाने का दिया निर्देश 

कोन्याक छात्र संघ ने मंगलवार को 7 दिनों के ‘दीप शोक सप्ताह’ के संबंध में पत्र जारी कर कहा कि सभी शैक्षणिक संस्थानों, सभी उप-ऑर्डिनेट्स के कार्यालय और संघीय इकाइयों और सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में काला झंडा फहराया जाए. अंतिम शोक दिवस पर दोपहिया सहित सभी वाहनों पर काला झंडा लगाया जाएगा. हालांकि सरकारी वाहनों के लिए यह छूट है. छात्रों और आम जनता को काला बिल्ला या काली रिबन पहनना है. सामान्य सार्वजनिक गतिविधियां हमेशा की तरह जारी रहेंगी.

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नगालैंड कैबिनेट ने मंगलवार को राज्य से सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (AFSPA) 1958 को तुरंत निरस्त करने के लिए केंद्र को लिखने का फैसला किया. मोन जिले में हुई हत्या की घटना के बाद कई संगठनों, आदिवासी निकायों, छात्र संगठनों, नागरिक समाज समूहों, पूर्वोत्तर क्षेत्र के राजनीतिक दलों ने भी आवाज उठाई है. क्षेत्र से AFSPA को निरस्त करने की मांग की है.

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