राम भजन गाते और राम की तारीफ में कसीदे पढ़ते एक मौलाना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कहा जा रहा है कि अफगानिस्तान में तालिबान का आतंक देखकर अब मुसलमानों को राम की याद आई है.
वीडियो में मौलाना कहते हैं, “राम ने अपने छोटे भाई के लिए राजपाट छोड़ दिया और वनवास ले लिया. अगर तुम राम का नाम लेते हो तो क्या अपने छोटे भाई मुसलमान के लिए मस्जिद नहीं छोड़ सकते? तो फिर राम मंदिर का झगड़ा क्यों खड़ा करते हो?” इतना कहने के बाद वो राम भजन गाने लगते हैं.
एक फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “अफगानिस्तान के हालात देखकर याद आये श्री राम.”
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल ये वीडियो न तो हाल-फिलहाल का है और न ही इसका अफगानिस्तान के मौजूदा हालात से कुछ लेना-देना है. ये वीडियो बिहार के खगड़िया में नवंबर 2019 में हुए एक जलसे का है. वीडियो में माइक पर बोल रहे वक्ता पूर्णिया, बिहार के मौलाना सादुन नजीब कासमी हैं, जो हिंदू-मुस्लिम दोनों ही धर्मों पर अपने विचार रखने के लिए जाने जाते हैं.
इस वीडियो को अफगानिस्तान के मौजूदा हालात से जोड़कर पेश करने वाली एक ट्विटर पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
क्या है सच्चाई
वीडियो को ध्यान से देखने पर हमें इसमें ‘Message Media’ का एक वॉटर मार्क और लोगो दिखा.
कीवर्ड सर्च जरिये तलाशने पर हमें इस नाम से बने एक यूट्यूब चैनल में वायरल वीडिया का लंबा वर्जन मिल गया. वायरल वीडियो वाला हिस्सा इस वीडियो में 5 मिनट 44 सेकेंड पर देखा जा सकता है. इस वीडियो के कैप्शन में ‘मुफ्ती सादुन नजीब कासमी’ लिखा है.
हमने ‘मैसेज मीडिया’ यूट्यूब चैनल चलाने वाले अरशद से संपर्क किया. अरशद ने हमें बताया कि वीडियो में बोल रहे वक्ता बिहार के मौलाना सादुन नजीब हैं.
हमें वायरल वीडियो वाले कार्यक्रम का एक दूसरा यूट्यूब वीडियो भी मिला जिसमें वक्ता का नाम ‘मुफ्ती सादुन नजीम साहब’ लिखा है और साथ ही ‘खगडि़या बेगूसराय जलसा’ लिखा है.
इन सब जानकारियों के आधार पर पड़ताल करने से हमें पता लगा कि वायरल वीडियो में बोल रहे वक्ता बिहार के पूर्णिया जिले के रंगपूरा गांव में रहने वाले मौलाना सादुन नजीब कासमी हैं.
ज्यादा जानकारी के लिए हमने मौलाना सादुन से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया कि ये वीडियो 30 नवंबर, 2019 को खगड़िया, बिहार के ढाढ़ी गांव में आयोजित एक जलसे का है. वो बताते हैं, “हमारे कार्यक्रमों में मुस्लिम समाज के साथ ही हिंदू समाज के लोग भी शिरकत करते हैं. इसलिए हमारी कोशिश रहती है कि हमारी बातों में दोनों के लिए संदेश हो. हम पिछले कई सालों से इस किस्म के कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे हैं.”
नवंबर 2019 के इस वीडियो में राम मंदिर का जिक्र है और नवंबर 2019 में ही राम मंदिर बनवाने के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था. संभव है कि मौलाना सादुन ने उसी संदर्भ में अपने विचार रखे हों.
(स्वतंत्र कुमार सिंह के इनपुट के साथ)
ज्योति द्विवेदी