महाराष्ट्र के ठाणे जिले में डकैती के कई मामलों में वॉन्टेड एक अपराधी को पुलिस ने आखिरकार 28 साल बाद गिरफ्तार कर ही लिया. उसकी गिरफ्तारी एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई. पुलिस ने 59 वर्षीय आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पहले जाल बिछाया और फिर उसे एक नाके पर धर दबोचा. यह मालमा अब चर्चा का विषय बना हुआ है.
ठाणे जिले में तैनात सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) मदन बल्लाल ने इस मामले में जानकारी देते हुए पीटीआई को बताया कि आरोपी रमेश ईश्वरलाल सोलंकी को सोमवार को दहिसर चेक नाका के पेनकर पाड़ा से गिरफ्तार किया गया. वह कई मामलों में वांछित था.
सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) मदन बल्लाल ने आगे बताया कि साल 1996 में मीरा भयंदर इलाके में सार्वजनिक स्थानों और बस स्टॉप पर लोगों के बैग और पैंट काटकर लूटपाट करने की कई शिकायतें मिली थीं. उस वक्त इस संबंध में कश्मीरीरा पुलिस स्टेशन में मामले दर्ज किए गए थे. साथ ही दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
एसीपी बल्लाल के मुताबिक, इन मामलों का मुख्य आरोपी रमेश ईश्वरलाल सोलंकी तभी से फरार चल रहा था. लेकिन इस मामले की जांच बंद नहीं हुई. जांच के दौरान पुलिस ने तकनीकी और खुफिया सूचनाओं सहित कई सुरागों पर काम किया. इसी दौरान पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली.
ठाणे पुलिस को खुफिया सूत्रों से पता चला कि आरोपी रमेश ईश्वरलाल सोलंकी पड़ोसी शहर मुंबई के मालवणी इलाके के मलाड में रह रहा है और वो जिले के दहिसर चेक नाका पर आने वाला है. बस इसी सूचना के मिलने पर पुलिस हरकत में आ गई. और पुलिस ने जाल बिछाया.
सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) मदन बल्लाल ने बताया कि खबर सही निकली. सोमवार को आरोपी रमेश ईश्वरलाल सोलंकी मौके पर पहुंच गया. तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया. पुलिस को पूछताछ के दौरान पता चला कि आरोपी के खिलाफ मुंबई और गुजरात में भी कई मामले दर्ज हैं.
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