वर्चुअल सुनवाई में अंडरगारमेंट्स पहन शामिल हुआ हिस्ट्रीशीटर, जज के सामने पीने लगा सिगरेट-शराब

दिल्ली में अदालत की वर्चुअल सुनवाई का मजाक उड़ाने वाले हिस्ट्रीशीटर की करतूत पुलिस ने बेनकाब कर दी. आरोपी मोहम्मद इमरान बार-बार फर्जी आईडी बनाकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल होता और अंडरगारमेंट्स पहनकर सिगरेट-शराब पीता. आरोपी को पुराने मुस्तफाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया.

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तीस हजारी कोर्ट में वर्चुअल सुनवाई में हैरान कर देने वाली घटना सामने आई. (Photo: AI-generated) तीस हजारी कोर्ट में वर्चुअल सुनवाई में हैरान कर देने वाली घटना सामने आई. (Photo: AI-generated)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 6:52 PM IST

दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में वर्चुअल सुनवाई के दौरान एक चौंकाने वाली घटना सामने आई. एक शख्स वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई में अंडरगारमेंट्स पहनकर शामिल हो गया. इतना ही नहीं अदालती कार्यवाही के दौरान वह शराब पीता और सिगरेट पीते हुए कैमरे पर दिखाई दिया. आरोपी की पहचान गोकुलपुरी निवासी मोहम्मद इमरान के रूप में हुई है, जो एक हिस्ट्रीशीटर है. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

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दिल्ली पुलिस उपायुक्त (उत्तर) राजा बंठिया ने बताया कि यह घटना 16 और 17 सितंबर को हुई थी. अकीब अखलाक नामक एक शख्स अदालत की वर्चुअल सुनवाई में लॉग-इन हुआ और कैमरे के सामने अशोभनीय हरकतें करने लगा. इस मामले में तीस हजारी कोर्ट के रिकॉर्ड कीपर अंशुल सिंघल ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर 22 सितंबर को भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया.

पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी बार-बार अदालत की कार्यवाही में बाधा डालता रहा. निर्देश दिए जाने के बावजूद वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बाहर नहीं गया. इससे अदालत की पूरी प्रक्रिया प्रभावित हुई. इसके बाद पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू कर दी. आईपी एड्रेस और कॉल डेटा रिकॉर्ड का विश्लेषण किया गया, जिसमें सामने आया कि आरोपी लगातार फर्जी ईमेल आईडी का इस्तेमाल कर रहा था. बार-बार ठिकाने बदल रहा था. 

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यही वजह थी कि उसे ट्रैक करना मुश्किल हो गया. लेकिन पुलिस ने हार नहीं मानी. स्थानीय खुफिया नेटवर्क और मैन्युअल सर्च के जरिए आरोपी को पुराने मुस्तफाबाद के चमन पार्क इलाके से ढूंढ निकाला गया. उसके घर से गिरफ्तार करते समय पुलिस ने एक मोबाइल फोन, एक सिम कार्ड और एक राउटर बरामद किया, जिन्हें वह इस अपराध में इस्तेमाल कर रहा था. पूछताछ के दौरान इमरान ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया.

आरोपी ने बताया कि उसने एक परिचित से वेबएक्स वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म के बारे में सुना था और जिज्ञासावश अदालत की सुनवाई में शामिल हुआ. लेकिन वहां उसने जानबूझकर तमाशा किया. इमरान ने माना कि उसने सुनवाई में अपने अंडरवियर में शामिल होकर शराब पी और सिगरेट पी. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मोहम्मद इमरान एक सक्रिय हिस्ट्रीशीटर है. उसके खिलाफ दिल्ली में 50 से अधिक मामले दर्ज हैं. 

पेशे से एसी मैकेनिक रह चुका इमरान पहले भी जेल जा चुका है. सितंबर 2021 में रिहा होने के बाद उसने फिर से आपराधिक गतिविधियां शुरू कर दीं. पुलिस का कहना है कि वह ड्रग्स और शराब की लत पूरी करने के लिए डकैती, स्नैचिंग और आर्म्स एक्ट के उल्लंघन जैसे अपराध करता रहा. इस पूरी घटना ने यह सवाल खड़े कर दिए हैं कि किस तरह अपराधी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग कर रहे हैं.

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