उत्तर भारत के कई राज्यों में इस बार मॉनसून सीजन के दौरान सूखे की स्थिति दिखी. धान की फसल को इससे बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. इस बार उपज में भी भारी गिरावट आई है. झारखंड में भी सूखे की भयंकर स्थिति देखने को मिली थी. मॉनसून के वक्त बारिश नहीं होने पर सरकार ने किसानों को अन्य फसलों की खेती करने की सलाह दी थी. सूखे मार झेल चुके किसानों के लिए अब सरकार ने बड़ी राहत दी है.
सूखा पीड़ित किसानों को 3500 रुपये
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के 23वें स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेश के सूखाग्रस्त 226 प्रखंडों के लगभग 31 लाख किसान परिवारों को सूखा राहत हेतु 3,500 रुपये की राशि तत्काल उपलब्ध कराने का ऐलान किया है.
किसान को सुखाड़ से राहत देने के लिए विभिन्न प्रखंडों को चिन्हित किया गया है। कुछ दिनों बाद गांव-पंचायत में शिविर आयोजित होंगे। जहां 31 लाख किसान का चयन होगा और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी:- श्री @HemantSorenJMM pic.twitter.com/j6HO2l0UFq
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) November 15, 2022
बिहार सरकार भी ले चुकी है ऐसा फैसला
इससे पहले बिहार सरकार ने भी इसी तरह का फैसला लिया था. 11 सूखाग्रस्त जिलों के 96 प्रखंडों के 937 पंचायतों के 7841 राजस्व ग्रामों एवं इसके अंतर्गत आने वाले सभी गांव, टोलों के सभी प्रभावित परिवारों को विशेष सहायता के रूप में 3500 रुपये उनके बैंक खाते में ट्रांसफर करने को कहा गया था. कोई भी प्रभावित परिवार छूटे नहीं, अधिकारियों को इसका ध्यान रखने को कहा गया था.
उत्तर प्रदेश में भी थी सूखे की थी भयंकर स्थिति
वहीं, उत्तर प्रदेश के भी 62 जिलों को सूखा ग्रस्त घोषित किया गया था. दलहन-तिलहन की फसलों से किसान अपने नुकसान की भरपाई कर सकें इसके लिए बीजों के मिनिकिट्स किसानों को फ्री में दिए गए थे.